विश्व तम्बाकू निषेध दिवस 2025 की थीम क्या है?what is the theem of world noTobacco day 2025?

 


[30/05, 6:28 am] sr8741002@gmail.com: हर साल 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया जाता है। इस दिवस का उद्देश्य तंबाकू खाने से होने वाले स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं और खतरों के बारे में जागरूकता फैलाना है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार आज पूरी दुनिया में 1.3 अरब लोग तंबाकू का सेवन करते हैं। और हर साल इसकी वजह से 80 लाख से भी ज्यादा लोगों की मौत हो जाती है। इस दिन संयुक्त राष्ट्र समेत कई वैश्विक संगठन मिलकर दुनिया भर  मे तंबाकू के इस्तेमाल को कैसे कम किया जाए। इस पर गोष्ठियां और विचार मंथन करके जागरूकता फैलाने का कार्य करते हैं।  तंबाकू की खोज सर्वप्रथम मेसोअमेरिका और दक्षिणअमेरिका के मूल निवासियों द्वारा की गई थी।और बाद में यूरोप और शेष विश्व में इसकी शुरुआत हुई थी। पुरातात्विक खोजों से संकेत मिलता है कि अमेरिका में मनुष्यों ने 12,300 साल पहले ही से ही तंबाकू का उपयोग करना शुरू कर दिया था।

तम्बाकू धीरे- धीरे शरीर को खोखला और कमजोर कर देता है। इसलिए इसे मीठा जहर भी कहा जाता है। विश्व भर में तंबाकू के उत्पादन में चीन ब्राजील और भारत हैं। संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन के आंकडो़ के अनुसार चीन ब्राजील भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका वर्ष 2017 में वैश्विक तंबाकू उत्पादन में क्रमशः पहले दूसरे तीसरे और चौथे स्थान पर है भारत मे तम्बाकू को कई प्रकार से लोग इस्तेमाल करते हैं। बीड़ी, सिगरेट, हुक्का, गुल गुडि़कु, जर्दा, , खैनी गुटखा आदि। विश्व भर मे तम्बाकू की 70 से अधिक प्रजातियाँ हैं।लेकिन मुख्य फसल एन टैबेकम है। तम्बाकू मे निकोटीन समेत 60 तरह के विषैले पदार्थ होते हैं। यह बीडी, सिगरेट गुटखा आदि माध्यमों से खून मे फेफड़ों तक पहुंच जाता है। इससे फेफड़ों की कोशिकाओं मे आक्सीजन ग्रहण करने और कार्बन डाइ आक्साइड छोडने की क्षमता कम हो जाती है। तम्बाकू खाने से मुंह का कैंसर अधिक होता है। इसके अलावा हृदय रोग, दमा, अस्थमा,तनाव उत्तेजना, घबराहट, आदि प्रकार की बीमारियों शुरू होती हैं। भारत में तंबाकू का पौधा पुर्तगालियों द्वारा 1605 में लाया गया था। और तब से इसकी खेती का क्षेत्र भारत के लगभग सभी भागों में फैल गया है।भारत मे गुजरात, आन्ध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, क्रमशः तम्बाकू के बड़े उत्पादक राज्य हैं। भारत विश्व के तम्बाकू उत्पादन का लगभग 7.8% तक उत्पादन करता है।अतः हम अपने जीवन को तम्बाकू मुक्त बनायें।

[30/05, 6:32 am] sr8741002@gmail.com:  विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के नेतृत्व में इस वैश्विक पहल का उद्देश्य तंबाकू के उपयोग के हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। यह वैश्विक स्तर पर तंबाकू की खपत को कम करने के लिए व्यापक उपायों को भी बढ़ावा देता है। यह दिन व्यक्तियों, समुदायों और सरकारों को तंबाकू मुक्त दुनिया की दिशा में कदम उठाने के लिए भी प्रोत्साहित करता है।विश्व तंबाकू निषेध दिवस 2025 का विषय

विश्व तंबाकू निषेध दिवस 2025 का थीम है

साल 2025 की तंबाकू निषेध दिवस की थीम "Unmasking the Appeal: Exposing Industry Tactics on Tobacco and Nicotine Products" है। जिसका उद्देश्य तंबाकू उत्पादों के आकर्षण के पीछे की उद्योग की नीतियों को उजागर करना है। इसमें भी डिजाइन और स्वाद के माध्यम से युवाओं को टारगेट करने वाले प्रचार पर ज्यादा फोकस करना है।उज्ज्वल उत्पाद। काले इरादे। अपील को उजागर करना', जो आकर्षक स्वाद और पैकेजिंग में आने वाले तंबाकू उत्पादों के छिपे खतरों को उजागर करने पर केंद्रित है।

WHOकी वेबसाइट पर कहा गया है, "उद्योग के मुनाफे के लिए हमारे बच्चों के साथ बेशर्मी से छेड़छाड़ की जा रही है। हर दिन, तम्बाकू और निकोटीन उद्योग नई पीढ़ी के उपयोगकर्ताओं को लुभाने और मौजूदा उपयोगकर्ताओं को बनाए रखने के लिए सावधानीपूर्वक तैयार किए गए उत्पादों और भ्रामक रणनीतियों का उपयोग करते हैं। उद्योग को इससे दूर रखें।विश्व तंबाकू निषेध दिवस का महत्व तम्बाकू का सेवन दुनिया भर में रोके जा सकने वाली मौतों के प्रमुख कारणों में से एक है। जागरूकता बढ़ाने से लोगों को तम्बाकू उत्पादों के उपयोग के परिणामों को समझने में मदद मिलती है और उन्हें सूचित निर्णय लेने में सशक्त बनाता है।यह स्वास्थ्य संगठनों और अधिवक्ताओं को मजबूत तम्बाकू नियंत्रण नीतियों के लिए प्रेरित करने हेतु एक मंच भी प्रदान करता है।विश्व तंबाकू निषेध दिवस का उद्देश्य उन लोगों को संसाधन और सहायता प्रदान करना भी है जो धूम्रपान छोड़ना चाहते हैं।


तम्बाकू के हानिकारक प्रभाव

1. कैंसर

तम्बाकू का सेवन विभिन्न कैंसर, विशेष रूप से फेफड़ों के कैंसर के प्रमुख कारणों में से एक है। यह मुंह, गले, ग्रासनली, मूत्राशय और अग्नाशय के कैंसर का भी कारण बन सकता है।


2. श्वसन संबंधी समस्याएं

तम्बाकू के उपयोग से क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी), वातस्फीति और क्रॉनिक ब्रोंकाइटिस हो सकता है।


3. हृदय रोग

धूम्रपान आपके हृदय स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। यह रक्त वाहिकाओं और हृदय की कार्यप्रणाली को नुकसान पहुँचाकर दिल के दौरे और स्ट्रोक के जोखिम को बढ़ाता है।


4. परोक्ष धुआँ

धूम्रपान न करने वाले लोग जो धूम्रपान के संपर्क में आते हैं, उन्हें भी हृदय रोग, फेफड़ों का कैंसर और श्वसन संक्रमण सहित गंभीर स्वास्थ्य खतरों का सामना करना पड़ता है।


5. गर्भावस्था संबंधी जटिलताएँ

गर्भावस्था के दौरान तम्बाकू के सेवन से गर्भपात, समय से पहले जन्म, कम वजन वाले बच्चे और बच्चों में विकास संबंधी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। गर्भावस्था के दौरान सेकेंड हैंड धुएं के संपर्क में आने से भी कई जटिलताओं का खतरा बढ़ जाता है।


विश्व तंबाकू निषेध दिवस की स्थापना 1987 में तंबाकू महामारी तथा इसके कारण होने वाली रोके जा सकने वाली मृत्यु और बीमारियों की ओर वैश्विक ध्यान आकर्षित करने के लिए की गई थी।

तम्बाकू उत्पादों की सफाई पर भारत को प्रति वर्ष 766 मिलियन डॉलर का खर्च आता है,

[30/05, 6:33 am] sr8741002@gmail.com:

आइए इस विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के अवसर पर हम सब संकल्प लें कि समाज को इस बुरी लत से बचने के लिए जागरुकता का कार्य करें।और स्वस्थ जीवन शैली को अपनायें।


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