विश्व बांस दिवस कब और क्यों मनाया जाता है?2024की थीम क्या है?when and why is world Bamboo day celebrated what is the theme of 2024

 


विश्व बांस दिवस हर साल 18 सितंबर को मनाया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य है मानव जीवन में इसकी उपयोगिता और बांस पारिस्थितिकी तंत्र को कितना समृद्ध करता है। प्रकृति के संतुलन में इसका कितना बड़ा महत्व है।और यह कितने बड़े पैमाने पर रोजगार का साधन है।बांस कई चीजों मे काम आता है।फर्नीचर बनाने,भोजन,जैव ईंधन,कपडे़ बनाने,और अन्य उपयोग की वस्तुओं को बनाने मे, 

बांस एक प्राकृतिक एयर कंडीशनर की तरह काम करता है, जो अपने आसपास के तापमान को 8 डिग्री तक ठंडा कर देता है, कुछ बांस खाने योग्य होते हैं, और यह एशियाई खाना पकाने और चाय में उपयोग किए जाते हैं। बांस की कुछ किस्में  मस्तिष्क को आक्सीजन प्रदान करती है, और तनाव से होने वाले सर दर्द को कम करने में मदद कर सकती हैं, दुनिया भर में बांस की 1500 से अधिक प्रजातियां हैं, जो विभिन्न  रंग और आकार में पाई जाती हैं। पहले बड़े सफल प्रकाश बल्ब का रेशा कार्बोनाइज्ड बांस से  बना था, बांस का उपयोग चीन में पहले पटाखों के लिए किया जाता था। यह पौधा विश्व मे सबसे तेजी से बढने वाला पौधा है।यह एक दिन मे 1 मीटर तक बढ जाता है। बांस शक्ति,लचीलेपन,और विकास का प्रतीक है।इससे बेहद नरम और उच्च गुणवत्ता के उत्पाद बनते हैं।भारत मे राष्ट्रीय बांस मिशन 2006-07 मे शुरू हुआ।भारत विश्व मे दूसरा बडा़ देश है। 

विश्व बांस दिवस 2024 की थीम है अगली पीढ़ी का बांस,समाधान, नवाचार और डिजाइन। 

भारत

जो बांस उत्पादन और उपयोग मे बांस को लाता है।इसकी खेती बडे़ पैमाने पर की जाती है।हर साल लाखों टन बांस निर्यात होता है।बांस की लकड़ी  का इस्तेमाल बडे़ पैमाने पर बागवानी,पशुधन,और मत्स्य पालन मे होता है।यही नहीं बांस कार्बन-डाई-ऑक्साइड को अवशोषित करने और आक्सीजन उत्पन्न करने की क्षमता के लिए जाना जाता है। बांस बहुत प्राचीन वनस्पति है।जिसका उपयोग भारत सहित बहुत देशों मे होता है।विश्व मे सबसे अधिक बांस दक्षिण पूर्व एशिया चीन मे पाया जाता है।


तथा भारत के मिजोरम, असम और पूर्वोत्तर राज्यों मे बडे़ तादात मे पाया जाता है।2009 मे विश्व बांस संगठन ने पहली बार 18 सितम्बर को विश्व बांस दिवस मनाने की घोषणा की।ताकि विश्व भर मे बांस की खेती को बढावा दिया जा सके।2022 का विश्व बांस दिवस का विषय था।हरित जीवन और सतत विकास,विश्व बांस संगठन का मुख्यालय एंटवर्प बेल्जियम मे है।विश्व बाँस सगठन की स्थापना2005 मे हुई थी।इस समय इसके निदेशक सुजैन लुकास हैं।विश्व बांस दिवस मानवता,के लिए प्रकृति के उपहार का उत्सव है।यह पर्यावरण,और हमारी संस्कृतियों मे बांह के अहम योगदान के लिए प्रोत्साहित करता है।बांस का मानव जीवन मे अमूल्य योगदान है।यह मानव जीवन के समृद्ध मार्ग को प्रशस्त करता है।

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