परिवार हेतु कुछ बिन्दु




1-विविधताओं के साथ समन्वय करके चलना यह भारत की संस्कृति ही सिखा सकती है। 

2-आज इलेक्ट्रॉनिक सुविधाओं से युवा डीप्रेशन का शिकार हो रहे हैं। अतः इसका उपयोग सीमित रुप मे ही किया जाना चाहिए। 

3-हमे भोजन सदा घर परिवार के साथ करना चाहिए। 

4-हमे घर के अन्दर अपने बच्चों के साथ हमेशा मातृ भाषा मे ही बात करनी चाहिए।

5-हमे मांगलिक ,धार्मिक कार्यक्रमों मे हमेशा परम्परागत( वेश-भूषा ) वस्त्र पहनने चाहिए। 

6-प्रतिदिन घर मे सामूहिक भजन पूजा करनी चाहिए। ताकि सबको सामूहिक संस्कार मिले। 

7-वर्ष भर मे एक बार अवश्य सपरिवार तीर्थ स्थान या अन्य स्थानों पर भ्रमण हेतु जायें। 

8-अपना भवन अपनी संस्कृति का परिचायक हो। अन्दर और बाहर से। 

9- बच्चों को मातृहस्त भोजन करवायें।

10-किसी अवसर पर सहभोज कार्यक्रम भी हो। 

वह समाज सुखी होता है जहां त्याग और समभाव हो।नेतृत्व सत्ता केन्द्रित न होकर समाज केन्द्रित है।

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